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थम रहीं सांसों को रोकने के लिए खड़े हो गए बहन-भाई

जब मदद के लिए हाथ बढ़ते हैं तो पाने वाले से ज्यादा खुशियां देने वाले की जिंदगी में आती है। (Photo- Freepik)

कुछ लोग दूसरों के लिए जीते हैं, वे इस बात पर खुशी महसूस करते हैं कि उनके प्रयास से किसी की जान बचती है तो किसी की जिंदगी में खुशियां आती हैं। वे इसके लिए अपना समय, ऊर्जा और अपना ज्ञान का प्रयोग करते हैं। ऐसे लोगों के कार्यों से न केवल इंसानियत पनपनी है, बल्कि उन लोगों की जिंदगी में नई सुबह होती है, जो रात की काली अंधियारी के बीच खुद को निष्प्राण मान लेते हैं।

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दुनिया भर में कोरोना महामारी लोगों को तबाह करने में जुटी है। कई देशों में यह आपात स्थिति जैसी बन गई है। भारत उनमें से एक है, जो इस सदी के सबसे भयानक आपदा से गुजर रहा है। ऐसे में अमेरिका में रह रहे कुछ लोग इंसानी जज्बा दिखाते हुए उन भारतीयों की मदद में आगे आ रहे हैं, जो आज बेहद कठिन दौर में जिंदगी और मौत के बीच सांसें गिन रहे हैं।

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इन्हीं लोगों की सांसों को बनाए रखने के लिए तीन भारतीय-अमेरिकी भाई-बहनों ने एक अनोखा प्रयास किया है। इन लोगों ने भारत में कोविड-19 मरीजों के लिए आवश्यक चिकित्सकीय ऑक्सीजन भेजने के मकसद से 2,80,000 डॉलर से अधिक राशि जुटाई है। गैर लाभकारी संगठन ‘लिटिल मेंटर्स’ के संस्थापकों जिया, करीना और अरमान गुप्ता ने अपने स्कूली मित्रों और उनके परिवारों की मदद से यह राशि एकत्र की, ताकि वे दिल्ली और इसके आस-पास के अस्पतालों में जरूरतमंद मरीजों के लिए ऑक्सीजन सांद्रक और वेंटिलेटर जैसे जीवन रक्षक उपकरणों का प्रबंध कर सकें।

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इन बच्चों की आयु 15 साल है। तीनों बच्चों ने कहा, ‘‘हमारा एकमात्र अनुरोध यह है कि इन उपकरणों की जब आवश्यकता न हो, तो उन्हें लौटा दिया जाए, ताकि और कोई मरीज इनका इस्तेमाल कर सके।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इन उपकरणों का अभाव है और प्रभावित आबादी बहुत अधिक है।’’ भाई-बहनों ने कहा कि वे जरूरतमंद लोगों संबंधी आंकड़ा तैयार करेंगे, ताकि आपूर्ति को उचित तरीके से मुहैया कराया जा सके और इसके लिए उन्हें सभी की मदद की आवश्यकता होगी।

Sanjay Dubey is Graduated from the University of Allahabad and Post Graduated from SHUATS in Mass Communication. He has served long in Print as well as Digital Media. He is a Researcher, Academician, and very passionate about Content and Features Writing on National, International, and Social Issues. Currently, he is working as a Digital Journalist in Jansatta.com (The Indian Express Group) at Noida in India. Sanjay is the Director of the Center for Media Analysis and Research Group (CMARG) and also a Convenor for the Apni Lekhan Mandali.

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