नॉर्वे स्थित नोबेल समिति की अध्यक्ष बेरिट रिस-एंडरसन ने कहा, ‘‘फ़िलीपीन्स की मारिया रेसा और रूस के दिमित्री मुराटोव ऐसी दुनिया के सभी पत्रकारों के प्रतिनिधि हैं, जिसमें लोकतंत्र और प्रेस की स्वतंत्रता को लगातार प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है।’’