ओसामा बिन लादेन को मारे जाने के बाद आतंकी संगठन अल कायदा लगभग खत्म हो गया था। माना जा रहा था कि अफगानिस्तान में अमेरिकी और नाटो सेना की तैनाती के बाद तालिबान का भी खात्मा हो जाएगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
एनएसओ ग्रुप ने इस बात से इनकार किया है कि उसके पास ऐसा कोई टारगेट लिस्ट है, जिसमें अतीत में, मौजूदा समय में या भविष्य के लिए किसी को निशाना बनाए जाने की जानकारी हो।
जापान ने हाल ही में ताइवान के साथ हमदर्दी दिखाई थी। इसके नतीजे में चीन ने उसे तबाह कर देने की धमकी दी है। जापान के पास परमाणु बम नहीं है, लेकिन यही एकमात्र देश है, जिसने परमाणु बम के हमले झेल चुका है।
ऐतिहासिक तियानमेन स्क्वॉयर से दुनिया में आंख दिखाने वाले का सिर कुचल देने और खून बहाने की राष्ट्रपति शी जिनपिंग की धमकी से पहले भारत उसका गुरूर तोड़ देने का अवसर गंवा बैठा।
विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को हिंसा और अराजकता की आशंका, कहा अफगानिस्तान से लगी देश की सीमा को सरकार बंद कर सकती है। बोले-अफगानी शरणार्थियों को हम जगह नहीं दे सकते हैं।
खाड़ी युद्ध के समय से ही ईराक, कुवैत, लीबिया, मिस्र, बहरीन, जिबूती, लेबनान, यमन और फिलिस्तीन में संघर्ष जारी है। यह आग कब बुझेगी, यह कोई नहीं जानता, लेकिन इंसानियत की तबाही का इतिहास बनता जा रहा है।
अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की क्रूरतम हत्या न तो पहली घटना है और न ही अंतिम, लेकिन इस घटना के बहाने नस्लीय सोच रखने वाले समाज की क्रूरता दुनिया को हमेशा झकझोरती रहेगी।
मूल मुद्दा यह है कि जब अमेरिकी फौज अफगानिस्तान की सरजमीं से रुखसत हो जाएगी तब वहां के हालात क्या होंगे। क्या मौजूदा सरकार कायम रहेगी, या तालिबान अफगानिस्तान की सत्ता हथिया लेगा।