साबुन और सैनिटाइजर के ज्यादा प्रयोग से ड्राईनेस होता है। साथ ही यह उन बैक्टिरिया को भी मार देता है जो शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। लीवर, किडनी, फेफड़े और प्रजनन प्रणाली को भी नुकसान पहुंचाता है।
मौसम विभाग का अनुमान भी संभावनाओं के साथ ही खेलता है। कहीं सही होता है तो कहीं सही होते-होते रह जाता है। इससे जो लोग भारी बारिश से परेशान हैं, वे भी और जो लोग बारिश का इंतजार कर रहे हैं, वे भी परेशान हैं।
जलभराव वाले कई स्थानों पर बाइक, स्कूटी और छोटी कारें फंस गईं। इंजन में पानी चले जाने से उन्हें घसीटकर ले जाना पड़ा। दूसरी तरफ इस दौरान बारिश के पानी में बच्चों ने खूब मस्ती की।
दिल्ली का आरोप है कि हरियाणा उसके हिस्से का पानी रोक ले रहा है। कावेरी जल को लेकर कर्नाटक और तमिलनाडु में वर्षों से विवाद चल रहा है। कहीं सूखे से लोग तबाह हैं तो कहीं बाढ़ ने सबको लील लिया।
खेत में मेड़, मेड़ पर पेड़ की परंपरागत तकनीकी से वर्षा बूंदों को रोककर जलस्तर बढ़ाने की कवायद ने साबित कर दिया कि जल में कितनी ताकत है। इसकी वजह से जलग्राम जखनी एक नया शोधकेंद्र साबित हो रहा है।
केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय और केंद्रीय भूजल बोर्ड के मुताबिक देश के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों की 85 फीसद से ज्यादा घरेलू जरूरतों के लिए भूमिगत जल ही एकमात्र स्रोत है।
पीएम मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान बुंदेलखंड के बांदा में चुनाव प्रचार के बीच जल संकट से निपटने के लिए जलशक्ति मंत्रालय बनाने की घोषणा की थी। जीतने पर पीएम ने इसे गठित कर घोषणा झांसी में की।
कुएं, तालाब और बाउली सूख गए हैं। कई गांवों में कुएं अब सिर्फ शादी-विवाह में घाट-बाट पूजन के लिए ही रह गए हैं, हालांकि उसमें पानी नहीं रहता है। पानी के न रहने से खेती भी खराब हो रही है।