देश में 70 फ़ीसदी से अधिक बिजली कोयले से उत्पादित होती है, ऐसे में ये चिंता का विषय है, क्योंकि इससे महामारी के बाद पटरी पर लौट रही अर्थव्यवस्था फिर से पटरी से उतर सकती है। इसकी वजह से आम लोगों में भी घबराहट है।
इस आंदोलन में दोनों पक्ष अड़े हुए हैं। इससे इसके किसी समझौते तक पहुंचने की उम्मीद खत्म होती जा रही है। दूसरी तरफ उच्चतम न्यायालय ने कहा कि जब तीनों कृषि कानूनों पर रोक लगा दी गई है, तो किसान संगठन किसके खिलाफ विरोध कर रहे हैं।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के देश छोड़ने की आशंका जताते हुए बताया है कि सरकार ने उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है।
सिद्धू चाहते हैं कि या तो उन्हें सीएम बनाया जाए या फिर उनके हाथ में सीएम का रिमोट कंट्रोल दिया जाए भले ही वह हों, लेकिन रिमोट कंट्रोल उनके हाथ में रहे। वह नहीं हुआ तो वे फिर बेचैन हो गए और इस्तीफा दे दिया। साथ ही अपने समर्थक मंत्रियों को भी बाहर बुलाने लगे।
सभी दल खुद को मुसलमानों का वोट पाने के लिए उनको अपना बताते रहते हैं, लेकिन जब उनसे कहा जाता है कि वे अपनी पार्टी के किसी मुसलमान को पार्टी अध्यक्ष बनाने या सत्ता में आने पर सरकार का मुखिया बनाने की घोषणा करें तो वे चुप्पी साध लेते हैं।
जाति आधारित जनगणना कराने के बाद यदि ओबीसी का प्रतिशत बढ़ता है तो आरक्षण की सीमा पचास फीसदी से ज्यादा करना पड़ेगा और यदि कम होता है तो विपक्ष इसमें धांधली होने का आरोप लगाकर इसे मानने से इंकार कर सकता है।
मौके से मिले सात-आठ पेजों के सुसाइड नोट में नरेंद्र गिरि ने शिष्य से परेशान होने की बात लिखी थी। इसके आधार पर पुलिस ने उनके सबसे करीबी शिष्य आनंद गिरि को उत्तराखंड पुलिस की मदद से हरिद्वार में अपनी हिरासत में ले लिया है।
पुलिस के मुताबिक घटनास्थल से सात-आठ पेज का सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें महंत ने अपने आश्रम के बारे में क्या करना है.. एक तरह से वसीयतनामा लिखा है। सुसाइड नोट में महंत ने लिखा है कि वह अपने एक शिष्य से दुखी थे।
अमरिंदर सिंह ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और कहा था कि विधायकों की बार-बार बैठक बुलाए जाने से उन्होंने अपमानित महसूस किया। आरोप लगाया है कि नवजोत सिंह सिद्धू का कथित रूप से पाकिस्तानी नेताओं से संबंध खतरनाक साबित होगा।
राजभवन में राज्यपाल को इस्तीफा सौंपकर निकले कैप्टन ने मीडिया से कहा कि कुछ महीनों के भीतर तीन बार विधायकों की बैठक बुलाने के बाद उन्होंने खुद को अपमानित महसूस किया, जिसके बाद पद छोड़ने का फैसला किया।