
शास्त्री जी की पहचान – सादगी, विनम्रता ईमानदारी और राष्ट्रभक्ति
सोवियत संघ में शास्त्री जी के असामयिक निधन की वजह से उनको सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न उनको उनके जीवनकाल में नहीं दिया जा सका था। मरणोपरांत भारत रत्न पाने वाले वे पहले नागरिक थे।
सोवियत संघ में शास्त्री जी के असामयिक निधन की वजह से उनको सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न उनको उनके जीवनकाल में नहीं दिया जा सका था। मरणोपरांत भारत रत्न पाने वाले वे पहले नागरिक थे।
अपनी आत्मकथा सत्य के प्रयोग में लिखा है कि अखबार के लिए विज्ञापन लेना पत्रकारिता को बेचने जैसा है। कहते हैं कि पत्रकारिता का व्यय पाठक संख्या बढ़ाकर निकालनी चाहिए, विज्ञापन लेकर नहीं। इसका उद्देश्य आर्थिक लाभ कमाना दूर-दूर तक नहीं था।
अनिल के म्यूज़ियम में 125 देशों में गांधी पर जारी करीब 3750 डाक टिकट ही नहीं, बल्कि बापू पर दुनिया भर से अब तक जारी लगभग हर करंसी, सिक्के, पोस्टकार्ड, पोस्टल स्टेशनरी, ग्रीटिंग्स, सोविनियर और स्पेशल कवर्स भी मौजूद हैं।