जल-जंगल-जमीन बचाने के लिए ‘बुन्देली भू-जल पंचायत’ में जुटे जलयोद्धाओं के बीच जलशक्ति मंत्री ने 60 दिवसीय जनसंवाद मेड़बंदी यज्ञ रथ यात्रा को हरी झंडी दिखाकर बांदा से उज्जैन के लिए रवाना की थी।
आचार्य कृपलानी स्मृति व्याख्यान-2022 में “तंत्र बने सेवक, जनता हो स्वामी” विषय पर वरिष्ठ पत्रकार एवं माधव राव सप्रे संग्रहालय के संस्थापक पद्मश्री विजय दत्त श्रीधर ने अपने विचार रखे।
स्वास्थ्य बुलेटिन में यह भी बताया गया कि कंपनी अपने सदस्यों के स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है और वे जल्दी ठीक होने में जिमिन की सहायता करने के लिए वह सब कुछ कर रहे हैं जो वे कर सकते हैं।
कुछ का मानना है कि इससे ‘इस ऐतिहासिक शहर की पहचान मिट’ जाएगी और ‘भ्रम पैदा’ होगा तो कई अन्य ने सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर सर्वत्र अयोध्या नाम उपयोग में लाया जाना उचित है। कहा कि ‘यह भगवान राम की नगरी है।’
राजधानी दिल्ली समेत देश के सभी प्रमुख शहरों का यही हाल है। दिल्ली के बाजारों में भारी भीड़ उमड़ रही है। कई जगह बाजार एसोसिएशन कोरोना वायरस महामारी के बीच भीड़ का प्रबंधन करने में लगे रहे।
अध्ययन में कहा गया, “पांच में से केवल तीन महिला (60 प्रतिशत) प्रतिभागी तीन वक्त का खाना खा सकती थी, जो सबसे असुरक्षित आबादी पर भोजन की उपलब्धता को लेकर दबाव को प्रतिबिंबित करता है।
पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी के जीवन के ऐसे अनेक वाकये हैं, जिससे हंसमुख स्वभाव वाले शास्त्रीजी की सादगी के अलावा विनम्रता, कर्मठता, सरलता, नियमबद्धता, दृढ़निश्चयता वगैरह स्पष्ट झलकती है।