डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि 13 जुलाई तक कम से कम 111 देशों, क्षेत्रों एवं इलाकों ने डेल्टा स्वरूप के मिलने की पुष्टि की है। (Image Source: GETTY )
कोरोना का विषाणु एक बार फिर सिर उठा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अभी हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि नौ हफ्ते की सुस्ती के बाद कोविड-19 के केसों में फिर इजाफा होने लगा है। पिछले हफ्ते दुनिया में कोरोना विषाणु संक्रमण के करीब 30 लाख मामले सामने आए है। इसके फिर बढ़ने पर चिंता जताते हुुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सभी देशों को आगाह किया है कि वे सतर्कता बरतें, नहीं तो स्थिति फिर बदतर हो जाएगी।
डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक संक्रमण के मामलों में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जबकि मौत के मामलों में तीन प्रतिशत की वृद्धि हुई। अपनी रिपोर्ट में डब्ल्यूएचओ ने कहा कि संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले ब्राजील, भारत, इंडोनेशिया और ब्रिटेन से आए हैं। कहा कि भारत में सबसे पहले पहचान के बाद अब तक ‘डेल्टा स्वरूप’ के 111 देशों में मामले सामने आ चुके हैं और अगले कुछ महीनों में वैश्विक स्तर पर इसी स्वरूप के ज्यादा मामले होंगे।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि कोविड-19 का और संक्रामक स्वरूप आगे उभर सकता है। सामाजिक दूरी, अन्य नियमों का पालन नहीं करने से कई देशों में ज्यादा मामले आने, अस्पतालों में मरीजों और मौतों की संख्या बढ़ने की आशंका है। डब्ल्यूएचओ ने माना कि कई देश अब कोविड-19 संबंधी पाबंदियों को खत्म करने के ‘दबाव’ का सामना कर रहे हैं, लेकिन सचेत किया कि ‘भीड़भाड़ पर नियंत्रण नहीं करने और यात्रा के दौरान संक्रमण के प्रसार के गलत आकलन से वायरस के फैलने का खतरा बढ़ जाएगा।’
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विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने आगाह किया है कि कोविड-19 के डेल्टा स्वरूप के साथ जोड़कर देखी जा रही अधिक संक्रामकता से मामले काफी हद तक बढ़ने की और स्वास्थ्य प्रणालियों पर अधिक दबाव डालने की आशंका है।
डब्ल्यूएचओ ने मंगलवार को जारी अपने कोविड-19 साप्ताहिक महामारी विज्ञान संबंधी अपडेट में कहा कि डेल्टा स्वरूप के कारण कोविड-19 के मामले बढ़ने की जानकारी डब्ल्यूएचओ के अंतर्गत आने वाले सभी क्षेत्रों से सामने आई है। मंगलवार 13 जुलाई तक, कम से कम 111 देशों, क्षेत्रों एवं इलाकों ने डेल्टा स्वरूप के मिलने की पुष्टि की है और इसके बढ़ने की आशंका है जो आने वाले महीनों में वैश्विक स्तर पर हावी स्वरूप बन जाएगा।
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