G-20 Summit: अमेरिकी राष्ट्रपति जो. बाइडन (Joe Biden) और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (XI Jinping) की जी-20 शिखर सम्मेलन (G20 summit) इंडोनेशिया (Indonesia) के शहर बाली (Bali) में सोमवार (14 नवंबर 2022) को हुई मुलाकात कई मायनों में काफी खास है। रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) से लेकर ताइवान (Taiwan), व्यापारिक प्रतिबंध (Trade Sanctions) और परमाणु युद्ध के खतरे (Nuclear War Danger) जैसे कुछ बड़े मुद्दे हैं, जिन पर दोनों देशों के बीच यह मुलाकात समझ को और साफ करने में मददगार बनी है।
दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के बीच पिछले कुछ समय से चल रही तनातनी और व्यापारिक गतिरोध से दुनिया भर की अर्थव्यवस्था पर असर साफ दिख रहा था। इसके साथ ही ताइवान के मुद्दे पर भी दोनों देशों में तनाव था। हालांकि मुलाकात के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने साफ किया है कि ताइवान के मुद्दे पर उनकी नीति वही है, जो पहले थी। उन्होंने कहा कि यह बिल्कुल सटीक रुख है। जो बाइडन (Joe Biden) ने कहा कि वह अमेरिका और चीन के बीच ‘‘टकराव’’ नहीं तलाश रहे, और नया शीत युद्ध नहीं होगा।
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (XI Jinping) ने भी अपना सुर नरम रखा। उन्होंने कहा, ‘‘दो प्रमुख देशों के नेताओं के रूप में, हमें अमेरिका-चीन संबंधों के लिए सही दिशा निर्धारित करने की जरूरत है। हमें आगे बढ़ने वाले द्विपक्षीय संबंधों के लिए सही दिशा तलाशने और संबंधों को और मजबूत करने की जरूरत है।’’ बाइडन (Joe Biden) ने ताइवान पर बीजिंग के हमले की आशंका से इंकार किया। कहा कि चीनी नेता ‘‘जितने स्पष्टवादी मेरे साथ इस बार रहे हैं, उतने ही पहले भी’’ थे।
: खास बातें :
शी जिनपिंग (XI Jinping) ने कहा, “दुनिया को उम्मीद है कि चीन और अमेरिका रिश्ते को ठीक से संभाल लेंगे
जो बाइडन (Joe Biden) ने कहा कि वह शी जिनपिंग के साथ बातचीत के रास्ते खुले रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं
हालांकि शी जिनपिंग (XI Jinping) ने बाइडन (Joe Biden) से कहा कि ताइवान का प्रश्न चीन के मूल हितों की बुनियाद में है, और उनके द्विपक्षीय संबंधों में ‘‘खतरे की पहली रेखा है, जिसे पार नहीं किया जाना चाहिए।” दोनों देशों के संबंधों में इसके निहितार्थ क्या हैं, इसका अभी विश्लेषण होना बाकी है। इसके बावजूद बाइडन (Joe Biden) ने यह भी कहा कि चीनी नेता शी जिनपिंग के साथ बातचीत में उनकी शीर्ष चिंता यह सुनिश्चित करने की रही है कि कोई गलतफहमी न हो। बातचीत की शुरुआत में बाइडन (Joe Biden) ने कहा कि वह शी जिनपिंग (XI Jinping) के साथ बातचीत के रास्ते खुले रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा, “मैं व्यक्तिगत रूप से संचार की लाइनें खुली रखने के लिए दृढ़ हूं…।”
वे बोले, “मेरे विचार से दोनों देशों के नेता यह समझ साझा करते हैं कि चीन और अमेरिका अपने मतभेदों का सही तरीके से प्रबंधन कर सकते हैं, प्रतिस्पर्धा को संघर्ष के करीब जाने से रोक सकते हैं और तात्कालिक वैश्विक मुद्दों पर एक साथ काम करने के तरीके ढूंढ़ सकते हैं, जिनके लिए हमारे पारस्परिक सहयोग बहुत जरूरी है।”
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वहीं, चीनी नेता शी जिनपिंग (XI Jinping) ने कहा कि दुनिया उनके और राष्ट्रपति बाइडन (Joe Biden) के बीच हो रही बैठक पर ध्यान दे रही है। शी जिनपिंग (XI Jinping) ने कहा, “दुनिया को उम्मीद है कि चीन और अमेरिका रिश्ते को ठीक से संभाल लेंगे। हमारी बैठक ने दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है, इसलिए हमें विश्व शांति के लिए और अधिक आशा लाने के लिए, वैश्विक स्थिरता के लिए अधिक विश्वास लाने और सबके विकास के लिए मजबूत प्रोत्साहन लाने के वास्ते सभी देशों के साथ काम करने की जरूरत है।”
चीनी नेता ने कहा कि वह चीन-अमेरिका संबंधों और प्रमुख वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर, रणनीतिक महत्व के मुद्दों पर बाइडन के साथ विचारों का “स्पष्ट और गहन” आदान-प्रदान करने के लिए तैयार हैं।
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