अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप। (फोटो- सोशल मीडिया)
समाज से लंबे समय तक दूर रहना सबको खलता है। चाहे वह आम इंसान हो या कोई विशिष्ट हस्ती। यही वजह है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खुद की मीडिया कंपनी खोलकर लोगों तक अपनी बात पहुंचाना चाहते हैं। दस महीने पहले छह जनवरी को अमेरिकी संसद परिसर में हुई हिंसा में ट्रंप की कथित भूमिका सामने आने के बाद उनके सोशल मीडिया एकाउंट बंद कर दिए गए थे। इससे वे ट्विटर पर कुछ लिख ट्वीट कर सकते हैं, और न ही फेसबुक पर कोई पोस्ट कर सकते हैं।
: खास बातें :
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छह जनवरी 2021 को अमेरिकी संसद परिसर में हुई हिंसा में उनकी कथित भूमिका सामने आने के बाद उनके सोशल मीडिया एकाउंट बंद कर दिए गए थे
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कहा, “हम ऐसे विश्व में रहते हैं जहां तालिबान को ट्विटर पर जगह दी जाती है, लेकिन आपके पसंदीदा राष्ट्रपति को चुप करा दिया गया। यह स्वीकार्य नहीं है”
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अपनी कंपनी से पूर्व राष्ट्रपति फेसबुक और ट्विटर को कड़ी टक्कर देने की बनाई योजना, ट्विटर पर उनके 8.87 करोड़ फॉलोअर थे
20 अक्टूबर को उन्होंने ऐलान किया कि वह एक नई मीडिया कंपनी शुरू करने जा रहे हैं, जिसका अपना सोशल मीडिया मंच होगा। ट्रंप ने कहा कि ‘ट्रंप मीडिया एंड टेक्नोलॉजी ग्रुप’ तथा उसके ऐप “ट्रुथ सोशल”शुरू करने का उनका मकसद सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र की उन विशाल कंपनियों का प्रतिद्वंद्वी खड़ा करना है, जिन्होंने उनके एकाउंट बंद कर दिए और “उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की।”
ट्रंप ने एक बयान में कहा, “हम ऐसे विश्व में रहते हैं जहां तालिबान को ट्विटर पर जगह दी जाती है, लेकिन आपके पसंदीदा अमेरिकी राष्ट्रपति को चुप करा दिया गया। यह स्वीकार्य नहीं है।” नई कंपनी ‘डिजिटल वर्ल्ड एक्विजिशन कॉर्प’ के विलय के जरिए बनाई गई है।
ट्विटर और फेसबुक पर एकाउंट बंद किए जाने के बाद से ही ट्रंप अपनी सोशल मीडिया कंपनी शुरू करने की बात कहते रहे हैं। ऐप की प्रारंभिक शुरुआत अगले महीने की जाएगी और अगले साल तक इसे पूरे देश में पेश किया जाएगा।
निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्विटर द्वारा स्थायी रूप से प्रतिबंधित किये जाने के बाद कहा था कि उन्हें और उनके समर्थकों को चुप नहीं कराया जा सकता। कैलिफोर्निया से संचालित सोशल मीडिया कंपनी का यह अभूतपूर्व कदम ट्रंप के इस ट्वीट के बाद सामने आया कि वह 20 जनवरी को अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत नहीं करेंगे।
स्थायी निलंबन के समय ट्रंप के 8.87 करोड़ फॉलोअर थे और वह 51 लोगों को फॉलो कर रहे थे। ट्विटर पर प्रतिबंधित होने के कुछ घंटों बाद ट्रंप ने एक बयान में कहा था, ‘मुझे ऐसा होने का अनुमान था। हम दूसरी साइटों से बात कर रहे हैं और इस पर जल्द ही बड़ी घोषणा करेंगे और हम निकट भविष्य में अपना खुद का प्लेटफॉर्म बनाने की संभावनाओं पर भी विचार कर रहे हैं। हम चुप नहीं बैठेंगे।’
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उन्होंने कहा था, ‘ट्विटर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बारे में नहीं है, यह सिर्फ अतिवादी वामपंथी विचार को बढ़ावा देने वाला प्लेटफॉर्म है, जहां दुनिया के सबसे खतरनाक लोगों को स्वतंत्रता के साथ अपनी बात रखने की इजाजत होती है। आप हमसे जुड़े रहें।’
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की इस नई पहल से दुनिया भर में उनकी बातें कितनों तक पहुंचेगी और उसकी प्रतिक्रिया क्या होगी, यह अभी देखा जाना है।
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