पेगासस बेचने वाली इजरायली कंपनी एनएसओ ग्रुप का कहना है कि उसके ग्राहक चुनिंदा सरकारें हैं। (फोटो- सोशल मीडिया)
दुनिया भर में खुफिया एजेंसियों (intelligence agencies) की नींद उड़ा रहे इजराइल के एनएसओ ग्रुप और उसके बनाए पैगेसस स्पाईवेयर के संदिग्ध व्यापक इस्तेमाल की फ्रांस की राजधानी पेरिस में जांच चल रही है। इसमें दुनियाभर के पत्रकारों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और राजनीतिक असंतुष्टों को निशाना बनाने की बात कही गई है। स्पाईवेयर एक सॉफ्टवेयर होता है, जो किसी के कंप्यूटर में प्रवेश करता है, उसके उपयोगकर्ता के बारे में सूचना जुटाता है और उसे चोरी-छिपे किसी तीसरे पक्ष को भेज देता है।
पेरिस में अभियोजक (Prosecution) कार्यालय ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि उसने निजता का हनन, डेटा का अवैध इस्तेमाल और अवैध तरीके से स्पाईवेयर बेचने के संभावित आरोपों की जांच कर रहा है। दो पत्रकारों और फ्रांसीसी खोजी वेबसाइट मीडियापार्ट की शिकायत पर यह जांच शुरू की गई है। इस हफ्ते प्रकाशित वैश्विक मीडिया समूह की एक जांच में पाया गया कि 50 देशों में 1,000 से अधिक लोगों को एनएसओ ग्राहकों ने इसके पेगासस स्पाईवेयर द्वारा संभावित निगरानी के लिए कथित तौर पर चयनित किया था। उनमें फ्रांस के पत्रकार और नेता भी शामिल थे।
हालांकि, एनएसओ ग्रुप ने इस बात से इनकार किया है कि उसके पास ऐसा कोई टारगेट लिस्ट है, जिसमें अतीत में, मौजूदा समय में या भविष्य के लिए किसी को निशाना बनाए जाने की जानकारी हो। मीडिया से संबद्ध पेरिस की गैर लाभकारी फॉरबिडेन स्टोरीज और मानवाधिकार संस्था एमनेस्टी इंटरनेशनल अज्ञात स्रोत से लीक डेटा हासिल किये हैं और कहा है कि इसके लोग एनएसओ ग्राहकों द्वारा निगरानी के लिए संभावित लक्ष्य थे।
इस बीच, अमेरिका के बोस्टन से प्राप्त एक खबर के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बेशलेट ने एक बयान में कहा, “पूरी छूट के साथ एक बार फिर और फिर से लक्ष्मण रेखा लांघी गई है।”
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समूह के पत्रकारों ने 50,000 मोबाइल फोन नंबरों से अधिक को खंगाल कर 50 देशों में 1,000 से अधिक लोगों की पहचान की है, जिनमें 189 पत्रकार, 85 मानवाधिकार कार्यकर्ता और कई राष्ट्रों के प्रमुख शामिल हैं। पत्रकारों में समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस (एपी) रॉयटर्स के अलावा सीएनएन, द वाल स्ट्रीट जर्नल, ले मोंदे और द फिनांशियल टाइम्स शामिल हैं।
एमनेस्टी के जांचकर्ताओं ने पाया कि वाशिंगटन पोस्ट के पत्रकार जमाल खशोगी की मंगेतर हेटिस सेनगीज के मोबाइल फोन को खशोगी की 2018 में इस्तांबुल स्थित सऊदी वाणिज्य दूतावास में हत्या के महज चार दिन बाद निशाना बनाया गया था। मेक्सिको के राष्ट्रपति एंडरे मैनुएल लोपेज ओबराडोर के 50 करीबी लोग भी संभावित लक्ष्य सूची में थे। ओबराडोर उस वक्त विपक्ष में थे। उस वक्त सूची में शामिल की गई मैक्सिको के संवाददाता सेसीलियो पीनेदा की 2017 में हत्या कर दी गई थी।

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