सबसे खुशहाल देश में भी भीम-यूपीआई और रूपे कार्ड

भारत का सबसे प्रिय पड़ोसी देश भूटान अपनी कुदरती सुंदरता से लोगों को मोह लेता है। ((Photo Source-Terra Ignota Tours))

भारत का सबसे करीबी देश भूटान अपनी शांतिप्रियता, प्राकृतिक वैभव, नैसर्गिक शोभा और भौगोलिक विविधता से लोगों को हमेशा से लुभाता रहा है। दुनिया के कुछ सबसे खुशहाल देशों में शामिल भूटान ने भी अपनी अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयां देने के लिए आखिरकार खुद को डिजिटल बनाने की ओर कदम बढ़ा दिया है। यही वजह है कि भूटान ने भी यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) मानकों को अपना लिया। इस तरह वह इसके मानकों को अपनाने वाला पहला देश बन गया है।

हाल ही में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने डिजिटल तरीके से इस सेवा की औचारिक शुरुआत की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि भूटान में भीम-यूपीआई क्यूआर आधारित भुगतान व्यवस्था शुरू होने से दोनों पड़ोसी देशों के बीच सहयोग और मजबूत होंगे। इस मौके पर वित्त राज्यमंत्री भागवत के. कराड, वित्तीय सेवा सचिव देबाशीष पांडा और संयुक्त सचिव मदनेश कुमार मिश्रा उपस्थित थे। भूटान के वित्त मंत्री ल्योंपो नामगे शेंरिंग, भूटान के रॉयल मॉनेटरी अथॉरिटी (आरएमए) के गवर्नर दाशो पेन्जोर, भारत में भूटान के राजदूत जनरल वी नामग्याल और भूटान में भारत की राजूदत रूचिरा कम्बोज भी उपस्थित थी।

भूटान की एक बार यात्रा करने के बाद वहां बार-बार जाने का मन करेगा। (Photo Source-Responsible Adventures)

सीतारमण ने आरएमए और भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) के भीम-यूपीआई ऐप और रूपे कार्ड को भूटान की भुगतान प्रणाली से जोड़े जाने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा, “… यह दोनों देशों के बीच सहयोग को और मजबूत करने वाला है।” इस पहल से हर साल भारत से भूटान जाने वाले दो लाख से अधिक सैलानियों को लाभ होगा।

इसके साथ, भूटान यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) मानकों को अपनाने वाला पहला देश हो गया है। साथ ही भूटान एकमात्र देश है जो रूपे कार्ड जारी करेगा और स्वीकार करेगा। साथ ही भीम-यूपीआई स्वीकार करेगा। उल्लेखनीय है कि भारत ने देश में विकसित रूपे कार्ड 2019 में भूटान में शुरू किया था और दूसरे चरण की शुरूआत नवंबर 2020 में हुई।

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भारत की आर्थिक नीतियां और भारत की विदेश नीति से भूटान का सीधा संबंध है। भूटान भारत का सबसे करीबी सहयोगी और भारत की सांस्कृतिक विरासत से मेल रखने वाला पड़ोसी है। भारत और भूटान के आर्थिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक संबंध वर्षों पुराने हैं। भूटान छोटा लेकिन कुदरती विविधता से संपन्न एक सुंदर देश है, जहां हर कोई जाना चाहेगा।

भूटान दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है, जहां विकास का आकलन उसकी प्रति व्यक्ति आय के बजाए प्रति व्यक्ति खुशहाली से किया जाता है। इसीलिए भूटान का प्राकृतिक वैभव और सांस्कृतिक विविधता स्थिर है। वहां हिंसा समेत दूसरी सामाजिक बुराइयां न के बराबर हैं। यही वजह है कि भूटान सबको लुभाता है।

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