विकसित देश अपनी जिम्मेदारियों को ठीक से नहीं निभाकर छोटे देशों पर दादागिरी दिखाते हैं। छोटे देश संसाधनों की कमी और अपने औद्योगिक रोजगार निर्भरता से बेबस हैं।
खेतों पर मेड़ बना दिए और मेड़ों पर पेड़ लगा दिए। जब बारिश का मौसम आया तो पानी खेतों में ही रुक गया। कुछ ही दिनों में जो पानी बेकार बहकर सूख जाता था, वह अब तालाब और छोटी नदी का रूप ले लिया।