पश्चिम बंगाल के हावड़ा में भारी बारिश से सड़क पर भरे पानी से होकर गुजरता हाथगाड़ीवान। (Photo source- Skymet Weather Team)
अंकित मिश्रा
पश्चिम बंगाल में गंगा के आसपास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र निर्मित होने के कारण पिछले दो दिन से भारी बारिश होने से राज्य के दक्षिणी भाग के कई जिलों में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। सड़कें और निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं तथा नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। अधिकारियों ने बताया कि हावड़ा और कोलकाता टर्मिनल स्टेशनों पर रेल की पटरियां पानी में डूब गई हैं, जिसकी वजह से पूर्वी रेलवे और दक्षिण पूर्वी रेलवे की कई ट्रेनें या तो रद्द कर दी गई हैं या उनका समय बदल दिया गया है।
इस बीच कोरोना संक्रमण के बढ़ते असर को देखते हुए सरकार ने गुरुवार को राज्य में कोविड-19 प्रतिबंधों को 15 अगस्त तक बढ़ा दिया है। हालांकि सरकार ने मौजूदा मानदंडों में कुछ छूट की भी घोषणा की है। बसों, टैक्सियों और ऑटो रिक्शा को 50 फीसदी क्षमता के साथ संचालित करने की अनुमति दी गई है।
पूर्व रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश की वजह से पूर्वा एक्सप्रेस, लाल कुआं एक्सप्रेस, हूल एक्सप्रेस रद्द कर दी गई हैं, जबकि हावड़ा-नई दिल्ली सुपरफास्ट एक्सप्रेस, हिमगिरि एक्सप्रेस और दून एक्सप्रेस का समय बदल दिया गया है। सियालदह डिवीजन में कोलकाता-लालगोला एक्सप्रेस और कोलकाता-हजारदुआरी एक्सप्रेस को आज के लिए रद्द कर दिया गया जबकि पूर्वांचल एक्सप्रेस और राधिकापुर-कोलकाता एक्सप्रेस स्पेशल को तय दूरी से कम पर ही रोक दिया गया।

दक्षिण पूर्वी रेलवे ने हावड़ा से छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (मुंबई) जाने वाली विशेष एक्सप्रेस ट्रेन तथा अन्य ट्रेनों को रद्द कर दिया और कई अन्य ट्रेनों का समय बदल दिया गया। कोलकाता, न्यू टाउन और हावड़ा शहर में कई स्थानों पर आज जलजमाव रहा, जिससे निवासियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

मौसम विभाग की ओर से शुक्रवार को कहा गया कि गंगा के आसपास निर्मित कम दबाव का क्षेत्र अगले दो दिन में झारखंड, दक्षिण बिहार और उत्तर प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों की ओर बढ़ सकता है। मौसम विभाग के अनुसार पुरुलिया, झारग्राम, पश्चिम मिदनापुर, बांकुरा, पश्चिम वर्धमान, पूर्व वर्धमान और बीरभूम जिलों में शनिवार सुबह तक भारी बारिश हो सकती है।
विभाग ने कहा कि रविवार तक दार्जिलिंग और कलिम्पोंग में बेहद भारी बारिश होने की आशंका है और जलपाईगुड़ी, कूचबिहार और अलीपुरदुआर में भारी बारिश हो सकती है।

CMARG (Citizen Media And Real Ground) is a research-driven media platform that focuses on real issues, timely debates, and citizen-centric narratives. Our stories come from the ground, not from the studio — that’s why we believe: “Where the Ground Speaks, Not the Studios.” We cover a wide range of topics including environment, governance, education, economy, and spirituality, always with a public-first perspective. CMARG also encourages young minds to research, write, and explore bold new ideas in journalism.




