लोगों के मास्क नहीं लगाने और सामाजिक दूरी के प्रति अनदेखी से कोविड केस फिर बढ़ने लगे हैं। (फोटो- लोकसत्ता)
कोरोना के केस में थोड़ी कमी हुई तो लोग फिर लापरवाह बनने लगे, लिहाजा केस भी बढ़ना शुरू हो गया। इस पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय फौरन एलर्ट हुआ और लोगों को मास्क पहनते रहने और सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने की नसीहत दी। अगले कुछ महीने त्योहारों वाले हैं। इस दौरान लोगों ने लापरवाही बरती तो उसका बुरा प्रभाव सामने आ सकता है। इसको लेकर मंत्रालय ने लोगों को सख्ती से कोविड एप्रोप्रिएट बिहैवियर प्रोटोकाल का पालन करने की सलाह दी है।
गुरुवार को मंत्रालय की ओर से आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने बताया कि एक्टिव केस घटे जरूर हैं, लेकिन खत्म नहीं हुए हैं। कोरोना की दूसरी लहर अब भी जारी है और तीसरी लहर की आशंका बनी हुई है।
त्योहारों की तैयारी कर रहे लोगों से कहा है कि अभी मास्क हटाने और सार्वजनिक रूप से खुलकर उत्सव मनाने का वक्त नहीं आया है। हमें सामाजिक दूरी बनाए रखते हुए घर में ही परिवार के साथ त्योहारों को मनाना होगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि देश के 38 जिले अब भी ऐसे हैं जहां साप्ताहिक पॉजीटिविटी 5 से 10 फीसदी है। ये केरल और नार्थ-ईस्ट के जिले हैं। सरकार ने राज्य सरकारों को सलाह दी है कि वे अपने स्तर से भी वहां पर समीक्षा और मानिटरिंग करते रहें। फिलहाल देश की 50 करोड़ 97 लाख लोगों को पहली डोज दी जा चुकी है।
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वहीं 15 करोड़ 32 लाख लोगों को दूसरी डोज दी जा चुकी थी। यानी देश की वयस्क आबादी का 54 फीसदी हिस्सा एक डोज ले चुका है और 16 फीसदी दोनों डोज ले चुका है। अगस्त के महीने में 27 अगस्त को एक करोड़ तीन लाख और और 31 अगस्त को एक करोड़ तैतीस लाख डोज वैक्सीन एक दिन में लगाए गए।
बताया कि अब भी केरल में एक लाख से अधिक केस हैं। तमिलनाडु, महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्रप्रदेश ऐसे राज्य हैं, जहां अब भी 10 हजार से एक लाख तक केस हैं। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पाल ने कहा कि हमें मास्क लगाना ही है। जब तक पूरी तरह से सबको टीके न लग जाएं, तब तक सामाजिक दूरी का पालन करते रहना ही होगा और एक जगह जुटने से बचना होगा। कोविड प्रोटोकाल को किसी भी हालत में बंद नहीं करना है।

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